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गुरुवार, 25 अप्रैल 2013

एक पुरानी बात



याद है मुझे अच्छी तरह
तुम्हें याद हो न याद हो
दिया था जब तुम्हें
अपनी शादी का निमंत्रण
तुम्हारे हाथों में
मुझे याद है अभी भी
जब तुमसे मिलने तुम्हारे घर
मैं आया जब पहली बार
चेहरे का रंग देखने लायक था
तुम्हारे होश फ़ाक्ता हो गए 
आखों का भी बुरा हाल था
आश्चर्य से भरी आँखें
बहुत खूबसूरत सी
और प्यारी आखें
याद है मुझे अच्छी तरह
तुम्हें याद हो न याद हो
एक लम्हा तुम्हारे दिल में
मुझे यकीं है ख्याल भी आया
कोई चाहने वाला ऐसा भी मिला
जो इश्क में जलता तो है
जलाना भी जानता है
घर की ढेहरी पर खड़े
तुम यही सोचते रहे
मैंने तो किया नहीं
जिसने किया भी प्यार तो ऐसे किया
और मैं आखों में अश्क बहाये
यही सोचता हुआ
कि काश पहले मिले होते
अपने घर चला आया
याद है मुझे अच्छी तरह
तुम्हे याद हो न याद हो ।
............आनंद विक्रम.........

शनिवार, 20 अप्रैल 2013


 जानवर 


कुछ जानवर  घूम रहें
आदमी  के भेष में
इन जानवरों को
भूख नहीं अन्न की
ये तो भूखे प्यासे हैं
वासनाओं की भूख के
जन्में जिस कोख से
उसी कोख से ये
दरिंदगी दिखा रहे
भूख नहीं अन्न की
उसी कोख से ये
भूख भी मिटा रहे
आदमी के भेष में
कुछ घूम रहे जानवर
होशियार खबरदार
भेडियों से भी जंगली
हैं दरिन्दे ये जानवर
बहु, बेटी और बच्चियों के
भूखे हैं ये जानवर
आदमी के भेष में
कुछ घूम रहें जानवर
..........आनंद विक्रम......

शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013

........२.........
कुछ यादें पुरानी
शूल सी हैं
जो अकेला देखतें ही
घेर लेतीं है
चौतरफा
कहीं से भाग नहीं सकता
भीड़ तलाशनी पड़ती है 
इन यादों के
साये से बचने के लिए
यादें ऐसी
कि हर बात पर
आँखे डब डबा जातीं हैं
जरा सी तन्हाई हो
तो ऑंखें छलक जातीं है
कमबख्त प्यारी भी तो
लगतीं हैं यादें ।
............आनंद विक्रम........



मंगलवार, 16 अप्रैल 2013



आनंदी 


तुम्हारी जुदाई में
दिन चार दिन के बराबर
तो रातें दिन के दुगुने के बराबर
लगतीं हैं आनंदी
पर सच कहूं प्यार भी तो
रात के दुगुने के बराबर बढ़ा है आनंदी
हमारा वर्षों पुराना प्यार
आज फिर परवान चढ़ा है
दूरियां भले दिख रही हो
पर प्यार खूब बढ़ा खूब बढ़ा आनंदी
..................आनंद ...........

शुक्रवार, 5 अप्रैल 2013

तेरी ख़ुशी में मैं शामिल तेरे दुःख में भी
तेरी हर उस चीज में मैं शामिल
जो किसी एहसास को जगाता हो तुझमें
तेरी साँसों की लय पर
अपनी साँसों को जिलाये रखा हूँ
.............आनंद विक्रम.........