दिल करता है कि कुछ कहूं आपसे ..........आप बैठे..मुझे सुनते रहें ,हम अपनी कहें आप अपनी कहें .....यूं कहने.. सुनने में... वक़्त गुजर जाएगा..
शास्त्री जी आप की टिप्पणी को व्यवस्थित करते समय कोई अनजान बटन दब जाने से वो मिट गई ,क्षमा चाहूँगा ।
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2 टिप्पणियां:
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