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बुधवार, 8 अगस्त 2012

"कवि  की ड्योढ़ी " के  विमोचन के अवसर पर  (बायें से दायें)  डॉ0  विमल चन्द्र शुक्ल  , मैं  स्वयं  ( आनन्द  विक्रम  त्रिपाठी )  , डॉ0 जगन्नाथ  पाठक  ( बैठे हुये ,पूर्व  अध्यक्ष , डॉ0 गंगा नाथ झा  विद्यालय ),  डॉ0 सुरेश चन्द्र पाण्डेय ( पूर्व अध्यक्ष, संस्कृत विभाग , इलाहाबाद विश्वविद्यालय , इलाहाबाद, डॉ0 चंद्र्विजय चतुर्वेदी (तत्कालीन सदस्य ,शिक्षा परिषद्  इलाहाबाद ) 


वो मकान वो मोहल्ला वो दर छोड़ा
यहाँ तक की  शहर छोड़ा
याद करने  की  सारी वजह  छोड़ी
पर  जिसमें  सालों  से  कब्ज़ा किये  बैठे  हो
उस  दिल का  क्या  करू ?     

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