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रविवार, 26 अक्टूबर 2014

बहुत सुकून देती है 
तुम्हारी मखमली यादें 
अगर हो सके तो आज 
दिल की कोई बात कह दे 
कुछ दिन और गुजर जायेगा 
तुम्हारी यादों के सहारे 

…आनन्द  विक्रम। ……… 

1 टिप्पणी:

विभा रानी श्रीवास्तव ने कहा…

स्नेहाशीष .... असीम शुभकामनायें .....